Friday, October 22, 2010

मैं हूँ ना !

I have had these dialogues stuck in my head forever, so I tracked them down today after going through 13 parts of Main Hoon Na.

ज़िन्दगी निकलती जाती है, और हम सब प्यार के बिना जीना सीख लेते हैं |
क्यों प्यार को मौका नहीं देते, क्यों अपनों पर विश्वास नहीं करते?

लोग बदलते हैं, प्यार उन्हें बदल देता है |
तुम्हे डर है कि वो तुमसे नफरत करते हैं, शायद उन्हें भी यही डर हो?

क्यों हम अपनों से इतना डरते हैं?

ये ज़िन्दगी नफरत के लिए बहुत छोटी है |

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